26-06-2024
यह मेरी ज़िन्दगी का एक और दिन है, या कहूं तो एक और पल है जहां मैं खुद को अपने कल से बेहतर बना सकता हूं। इसके लिए मुझे बीते कल का विश्लेषण करना होगा और मेरा लक्ष्य खुद की आज़ादी है। यह अभी भी जीवित है क्योंकि हम इंसान हैं और हम इस दुनिया में सिर्फ पैसे कमाने के लिए नहीं आए हैं। हम यहां अपनी ज़िन्दगी जीने और इस खूबसूरत ज़िन्दगी को एक उत्कृष्ट कार्य में लगाने के लिए आए हैं, जिसके कारण हम अपनी सोसाइटी में एक ऊंचे ओहदे तक पहुंच सकते हैं। इसी कारण से सोसाइटी में कुछ बदलाव लाना बहुत ही गर्व की बात होती है।
मुझे अपनी आज़ादी के लिए एक राजा की तरह सोचना होगा। मुझे महसूस करना होगा कि मैं राजा हूं। एक राजा को अपना साम्राज्य बनाने के लिए क्या-क्या करना होता है: त्याग, तपस्या, और हर उस चीज़ को छोड़ना जो उसे पसंद है। खुद को हर वक्त अपने बीते समय से बेहतर बनाना।
मुझे लगा कि मैं भी सबसे पहले अपने अंदर यह गुण विकसित करूंगा। जिसकी शुरुआत आज हो चुकी है। हर काम को करने से पहले यह सोचना होगा कि क्या यह काम मुझे परम ब्रह्म तक ले जाएगा या इस काम को करने से मेरे लक्ष्य तक पहुँचने में देर होगी।
मुझे अपने समय को ट्रैक करना होगा और इसकी शुरुआत अब से हो चुकी है। मुझे समय, अनुशासन, और हाइपर फोकस को मास्टर करना है। जिसकी शुरुआत अब हो चुकी है। मैं अपने आने वाले कल के लिए जिम्मेदार हूं। मैं जो कर रहा हूं, वह इसलिए नहीं कर रहा कि यह काम लोगों को अच्छा लगे, बल्कि इसलिए कर रहा हूं कि मैं अपने काम की वजह से खुद को सुधार सकूं। मेरी खुद की पहचान बने और इसके लिए ब्रह्मांड का धन्यवाद करता हूं।
वास्तव में मुझे ऐसा लगता है कि मैं कहां हूं... क्या मेरा निर्णय गलत था या नहीं। लेकिन जब इस नजरिये से देखता हूं, तो मुझे सब ठीक लगता है। बस जरूरत है अपने उम्मीदों को उड़ान देने की और अपने सपनों को हकीकत में बदलने की।
और मैं अपने लक्ष्य तक पहुँचने के लिए हर रोज काम करूंगा। मैंने अपनी हर इच्छा को एक व्यवस्थित परिदृश्य में सम्मिलित कर दिया है। पहले लगता था कि क्यों, लेकिन अब ऐसा लगता है कि यह मेरे लिए सबसे अच्छा है। क्योंकि मैं एक ही जगह बैठकर काम नहीं कर सकता, मुझे हर रोज नई चीजें अनुभव करनी हैं। भले ही यह रास्ता मुश्किल है, लेकिन मैं खुद की आज़ादी के लिए यह सब करूंगा क्योंकि मुझे यह पसंद है। मैं अपनी सारी ताकत खुद को सुधारने के लिए लगा दूंगा।
मुझे खुद को इतना सुधारना है कि मैं अपने क्षेत्र का मास्टर बन सकूं। डॉ. कुमार विश्वास मेरी प्रेरणा रहे हैं, क्योंकि उन्होंने जहाँ से अपनी यात्रा शुरू की और वह अभी जहाँ पर हैं, वह अद्भुत है।
तो मैं एक राजा, एक उद्यमी हूं। अपने साम्राज्य को बनाने के लिए मुझे जो करना हो, करूंगा। क्योंकि मैं अपनी ज़िन्दगी रोज़ की गरीबी और पत्नी, बच्चों की जिम्मेदारियों के नीचे नहीं दबाना चाहता। मुझे खुद का स्वामित्व होना है। मुझे एक समय पर ये जिम्मेदारियाँ, जिम्मेदारियाँ लगती थीं, लेकिन मैं इन जिम्मेदारियों के लिए अपनी आज़ादी को समझौता नहीं कर सकता।
मुझे मैट्रिक्स जैसी जिंदगी नहीं चाहिए। मुझे ऐसी जिंदगी चाहिए जहाँ मैं काम करूं, तो मैं घड़ी न देखूं। उस काम में इतना डूब जाऊं कि हर पहलू, हर समय का कोई पता ही न चले। मुझे काम करना है और खुद को सुधारना है। नियमित दिनचर्या का पालन नहीं करना है।
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